ईरान की शाह चराग़ दरगाह पर एक बार फिर वहाबी आतंकवादी संगठन आईएसआईएस ने हमला करते हुए अल्लाह के घर को निर्दोष मुसलमानों के खून से रंग दिया।
शीराज़ में इमामजादा शाह चराग़ दरगाह पर हुई इस आतंकी घटना में एक ख़ादिम शहीद हो गया, जबकि कई अन्य घायल हो गए। आतंकवादी बाब अल-महदी से हरम में दाखिल हुए।
प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक, आतंकवादियों की संख्या दो थी, जिन्होंने बाब अल-महदी से हरम में घुसने की कोशिश की, जहां से उन्होंने हरम में ज़ाएरीन पर गोलीबारी शुरू कर दी। सूत्रों के मुताबिक, एक आतंकी को गिरफ्तार कर लिया गया है जबकि दूसरा भागने में कामयाब रहा।
फ़ार्स प्रांत के गवर्नर ने कहा है कि इस घटना में अब तक एक शहीद और सात घायल हुए हैं। शाह चराग़ पर आतंकी हमले के बाद सरकारी एजेंसियों ने हरम के सभी दरवाजे बंद कर हरम को अपने नियंत्रण में ले लिया है।
दूसरी ओर, राष्ट्रपति इब्राहीम रईसी ने इस आतंकवादी हमले के तुरंत बाद गृहमंत्री और फ़ार्स प्रांत के गवर्नर के साथ टेलीफोन पर बातचीत में घायलों के इलाज के लिए सभी चिकित्सा सुविधाएं प्रदान करने और सभी मुजरिमों की तत्काल पहचान और इस जघन्य कृत्य में शामिल तत्व और उनके विरुद्ध कड़ी कानूनी कार्रवाई करने पर ज़ोर दिया है।
रईसी ने गृहमंत्री को इस मुद्दे के सभी सुरक्षा पहलुओं की तत्परता और तेज़ी से जांच करने और परिणामों की जानकारी देने का काम सौंपा। राष्ट्रपति रईसी ने घटना में शामिल सभी तत्वों की तुरंत पहचान करने और उन्हें दंडित करने की आवश्यकता पर बल दिया।
उन्होंने इस आतंकवादी हमले में शहीद हुए खादिमों के परिवारों के प्रति भी संवेदना व्यक्त की और फ़ार्स प्रांत के गवर्नर से घायलों के इलाज के लिए सभी आवश्यक चिकित्सा सुविधाओं को सुनिश्चित करने को कहा।
वहीँ इस आतंकी हमले पर कड़ी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए ईरानी विदेश मंत्री ने कहा कि इस अपराध को अंजाम देने वालों, साजिश में शामिल अपराधियों और उनके समर्थकों के लिए इस कार्रवाई के परिणाम बेहद दर्दनाक होंगे।